यमन में कई महीनों से जारी सत्ताधारी सुन्नी और शिया विद्रोहियों के बीच संघर्ष का शिकार अब वहां काम करने वाले भारतीय भी होने लगे हैं। कल यमन के हुदायदाह समुद्री पोर्ट पर गठबंधन सेना द्वरा किये गए हवाई हमलों में 20 भारतीय नागरिकों के मारे जाने की खबर है। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से आई इस खबर की पुष्टि हो गयी है।
छह महीने से जारी संघर्ष- यमन में पिछले छह महीने से सुन्नी सरकार और शिया विद्रोहियों के बीच घमासान लड़ाई जारी है। यमन का आरोप है के शिया विद्रोहियों को इरान का समर्थन हासिल है जबकि ईरान की शिया सरकार इसका खंडन करती आई है। शिया विद्रोही सरकार का तख्ता पलट करने की फिराक में हैं जिसको रोकने के लिए सऊदी अरब की अगुवाई में 9 देशों की गठबंधन सेनाएँ यमन में विद्रोहियों पर हवाई हमले कर रही हैं। संयुक्त राष्ट्र द्वारा कल जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार अब तक इन हमलों में 4500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। विद्रोहियों को दूसरे शिया संगठनों खासकर ISIS का समर्थन मिल रहा है जो इनको हथियार भी मुहैया करवाते हैं। पिछले कई दिनों से विद्रोहियों के द्वारा किया गए आत्मघाती हमलों में भी कई निर्दोष नागरिक और गठबंधन सेना के कई सैनिक मारे गए हैं। अभी पिछले शुक्रवार को मारिब कसबे में विद्रोहियों द्वारा आर्मी कैंप पर किये गए हमले में अमीरात के 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे। इस हमले में बहरीन के भी 5 सैनिक मारे गए थे।
तेल तस्कर थे निशाने पर- रायटर्स से आई रिपोर्ट के अनुसार गठबंधन सेना के निशाने पर तेल का अवैध कारोबार करने वाले विद्रोही थे, जिसकी कमाई से उनको हथियार खरीदने में मदद मिलती है। ये हमला हुदायदाह समुद्री पोर्ट पर दो नावों को निशाना बना कर किया गया था। इन नावों में दर्जनों लोग सवार थे, जिनमें से ज्यादातर या तो मारे गए या गंभीर रूप से घायल हो गए।